TikTok India: TikTok, एक शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म, कुछ ही वर्षों में युवाओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो गया था।

Tiktok India: TikTok, एक शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म, कुछ ही वर्षों में युवाओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो गया था। लेकिन 29 जून 2020 को भारत सरकार ने TikTok समेत 59 चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इस फैसले ने डिजिटल दुनिया में हलचल मचा दी और सोशल मीडिया यूज़र्स, कंटेंट क्रिएटर्स और टेक विशेषज्ञों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए।
भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत में TikTok पर प्रतिबंध हटाने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि ऐसा कोई भी बयान या खबर जो भारत में TikTok को अनब्लॉक करने के आदेश का दावा करती है, गलत और भ्रामक है। यह स्पष्टीकरण उन खबरों के बीच आया है जिनमें कहा गया है कि भारत में उपयोगकर्ता टिकटॉक की वेबसाइट के होमपेज तक पहुंच सकते हैं।
TikTok बैन का कारण-
भारत सरकार ने टिकटॉक समेत अन्य चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध “राष्ट्रीय सुरक्षा” और “डेटा प्राइवेसी” के आधार पर लगाया। सरकार के अनुसार, ये ऐप्स भारत के नागरिकों का डेटा अवैध रूप से इकट्ठा कर रहे थे और उसे देश के बाहर भेज रहे थे।
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया जब भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव चरम पर था। गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद देशभर में चीन के खिलाफ गुस्सा था। ऐसे माहौल में चीन के तकनीकी उत्पादों का विरोध करना एक राष्ट्रवादी कदम माना गया।
TikTok बैन का समाज और यूज़र्स पर प्रभाव-
TikTok भारत में एक ऐसा मंच बन गया था, जहां आम लोग भी अपने टैलेंट को लाखों लोगों तक पहुँचा सकते थे। इसने छोटे शहरों और गांवों के लोगों को भी सोशल मीडिया स्टार बनने का अवसर दिया। TikTok की सबसे खास बात यह थी कि यह सरल था, मोबाइल फ्रेंडली था और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देता था।
बैन के बाद लाखों कंटेंट क्रिएटर्स, जिनका करियर और आय का स्रोत टिकटॉक था, एकदम से प्रभावित हो गया। कई लोगों ने अपनी पहचान, लोकप्रियता और ब्रांड डील्स गंवा दीं।
हालांकि, कुछ क्रिएटर्स ने इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब शॉर्ट्स और अन्य भारतीय ऐप्स जैसे मोज, चिंगारी और जोश पर शिफ्ट होकर अपना कंटेंट बनाना जारी रखा। लेकिन टिकटॉक जैसी पॉपुलर्टी उन्हें तुरंत नहीं मिल पाई।
भारतीय ऐप्स और आत्मनिर्भर भारत-
टिकटॉक के बैन के बाद भारतीय ऐप डेवलपर्स को बड़ा अवसर मिला। सरकार के “आत्मनिर्भर भारत” अभियान के तहत कई देसी विकल्प सामने आए। ‘मोज’, ‘जोश’, ‘चिंगारी’, ‘रोपोसो’ जैसे ऐप्स ने टिकटॉक की जगह लेने की कोशिश की।
हालांकि, शुरुआत में इन ऐप्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिला, लेकिन तकनीकी खामियां, सीमित फीचर्स और यूज़र एक्सपीरियंस की कमी के कारण ये टिकटॉक की तरह वायरल नहीं हो पाए।
क्या TikTok भारत में वापसी कर सकता है?
TikTok की पैरेंट कंपनी ‘ByteDance’ ने भारत सरकार से बातचीत की कोशिश की थी, लेकिन अब तक टिकटॉक की वापसी नहीं हो पाई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में कई बार यह खबर आई है कि टिकटॉक भारत में किसी स्थानीय पार्टनर के साथ मिलकर वापसी की योजना बना रहा है। यदि कंपनी भारत सरकार की शर्तें मानने को तैयार होती है, तो वापसी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
TikTok की भारत में शुरुवात-
TikTok (पहले Musical.ly के नाम से जाना जाता था) को चीन की कंपनी ByteDance ने बनाया था। 2018 में TikTok और Musical.ly को मर्ज किया गया, तब भारत में इसकी लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ गयी ।
- भारत TikTok का सबसे बड़ा यूज़र बेस बन गया था।
- 2020 तक भारत में 20 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूज़र थे।
- अधिकतर यूज़र 18 से 35 साल के बीच के थे।
लोकप्रियता का कारण-
- सरल इंटरफेस: वीडियो बनाना आसान था।
- स्थानीय भाषा में कंटेंट: हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगू जैसी भाषाओं में भरपूर कंटेंट था।
- लोकल टैलेंट को मंच: छोटे शहरों से आने वाले युवा भी “स्टार” बन सकते थे।
- वायरल एल्गोरिदम: TikTok का एल्गोरिदम यूज़र को तेजी से वायरल करने में सक्षम था।
iPhone 17 Pro: आते ही छा जायेगा, नए कैमरा फीचर्स के साथ लॉन्च होने की संभावना।

